क्या एयर इंडिया फ्लाइट को पायलट ने खुद क्रैश किया? रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा

भारत में हाल ही में हुए एयर इंडिया फ्लाइट AI171 के हादसे ने पूरे देश को झकझोर दिया है। अब इस मामले में एक नई और हैरान करने वाली बात सामने आई है — क्या यह हादसा एक दुर्घटना नहीं बल्कि पायलट की जानबूझकर की गई हरकत थी? विशेषज्ञों और जांच एजेंसियों की रिपोर्ट्स कुछ ऐसा ही इशारा कर रही हैं।


हादसा कैसे हुआ?

8 जुलाई को एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 ने अहमदाबाद से उड़ान भरी थी। लेकिन सिर्फ 32 सेकंड के अंदर ही दोनों इंजन अचानक बंद हो गए और विमान नीचे गिर गया। इस भीषण हादसे में विमान में सवार सभी 241 लोग और ज़मीन पर मौजूद 19 लोग— कुल 260 लोगों की जान चली गई।


रिपोर्ट में क्या सामने आया?

सरकारी जांच एजेंसी AAIB (Aircraft Accident Investigation Bureau) की शुरुआती रिपोर्ट में बताया गया कि विमान के दोनों इंजन के फ्यूल सप्लाई को टेकऑफ के तुरंत बाद मैन्युअली बंद कर दिया गया।
यानी ‘RUN’ मोड से ‘CUTOFF’ मोड में स्विच किया गया। और यह तभी संभव है जब कोई इंसान उसे जानबूझकर करे।


कॉकपिट रिकॉर्डिंग में क्या था?

ब्लैक बॉक्स में रिकॉर्ड पायलटों की बातचीत में, एक पायलट पूछता है:
“तुमने क्यों कटऑफ किया?”
दूसरा जवाब देता है: “मैंने नहीं किया।”

यह बातचीत कई सवाल खड़े करती है। क्या यह पायलट की गलती थी, कोई टेक्निकल समस्या, या फिर कुछ और?


क्या यह आत्महत्या थी?

हवाई सुरक्षा विशेषज्ञ कैप्टन मोहन रंगनाथन का मानना है कि यह किसी जानबूझकर की गई हरकत का हिस्सा हो सकता है।
उन्होंने कहा, “इंजन के फ्यूल कटऑफ स्विच गलती से दबना लगभग नामुमकिन है। ऐसा तभी हो सकता है जब कोई मानसिक दबाव में हो या खुद को खत्म करने की सोच रहा हो।”


पायलट की प्रोफाइल क्या कहती है?

कैप्टन सुमीत सभरवाल (56 वर्ष) के पास 15,000+ घंटे का अनुभव था।
फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंडर (32 वर्ष) भी अनुभवी पायलट थे।
इन दोनों की अब तक कोई आपराधिक या अनुशासनिक रिकॉर्ड सामने नहीं आया है।


दूसरी ओर क्या कहा जा रहा है?

कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि यह पायलट की जानबूझकर की गई हरकत नहीं हो सकती।
उनके मुताबिक फ्लैप सेटिंग्स या अन्य तकनीकी कारणों से भी यह हादसा हो सकता है, लेकिन फ्यूल कटऑफ के तथ्य उनकी थ्योरी को कमजोर करते हैं।


पायलट यूनियन क्या कहती है?

एयरलाइन पायलट्स एसोसिएशन (ALPA) ने जांच रिपोर्ट पर सवाल उठाए हैं।
उनका कहना है कि बिना पूरा सच जाने पायलट को दोषी ठहराना गलत है। उन्होंने पारदर्शी जांच की मांग की है।


क्या होगा आगे?

अब इस मामले की गहराई से जांच की जा रही है।
ब्लैक बॉक्स डेटा अमेरिका और ब्रिटेन की एजेंसियों के साथ साझा किया गया है।
– जल्द ही अंतिम रिपोर्ट आने की उम्मीद है जो बताएगी कि यह हादसा कैसे और क्यों हुआ।

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