भारत में एक बार फिर से कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने लगे हैं। ताजा आंकड़ों के मुताबिक, देश में सक्रिय मामलों की संख्या 7,121 तक पहुंच चुकी है। सबसे ज्यादा मामले केरल से सामने आ रहे हैं, जिसके बाद गुजरात और दिल्ली में भी संक्रमण में तेजी देखी जा रही है।
कोविड मामलों में उछाल: पीएम मोदी से मिलने वाले मंत्रियों के लिए RT-PCR टेस्ट अनिवार्य
कोरोना मामलों में बढ़ोतरी को देखते हुए, अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करने वाले किसी भी मंत्री को पहले RT-PCR टेस्ट कराना जरूरी होगा। सूत्रों के अनुसार, यह नियम आज शाम को पीएम आवास पर होने वाली बीजेपी नेताओं की बैठक को देखते हुए लागू किया गया है। इस बैठक में दिल्ली से सभी बीजेपी पदाधिकारी, जिनमें मुख्यमंत्री भी शामिल हैं, प्रधानमंत्री से मुलाकात करेंगे।
सूत्रों का यह भी कहना है कि जब भी प्रधानमंत्री किसी रैली का आयोजन करते हैं, तो मंच पर मौजूद सभी अधिकारियों को भी कोरोना जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होगी।
स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट पर उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, बीते शुक्रवार से अब तक देश में 306 नए एक्टिव केस बढ़े हैं। फिलहाल, केरल में 2,223, गुजरात में 1,223, दिल्ली में 757 और पश्चिम बंगाल में 747 सक्रिय मामले हैं। वहीं महाराष्ट्र में 615, कर्नाटक में 459, उत्तर प्रदेश में 229, तमिलनाडु में 204 और हरियाणा में 125 केस रिपोर्ट किए गए हैं। आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, गोवा और पुडुचेरी में भी संक्रमण के मामले सामने आए हैं।
जनवरी से अब तक कोरोना वायरस से 74 लोगों की मौत, बुजुर्गों को सबसे ज्यादा खतरा: विशेषज्ञों की चेतावनी
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, इस साल जनवरी से अब तक देश में कोरोना वायरस के कारण कुल 74 लोगों की जान जा चुकी है। यह वही वायरस है, जिसकी शुरुआत साल 2020 में हुई थी और जिसने पूरी दुनिया को प्रभावित किया।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने आगाह किया है कि उम्रदराज़ लोगों को संक्रमण का खतरा सबसे अधिक है, इसलिए उन्हें विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है।
हालांकि देश के कई राज्यों को अलर्ट पर रखा गया है, लेकिन अधिकारियों का कहना है कि इस बार सामने आ रहे मामलों की प्रकृति हल्की है और घबराने की आवश्यकता नहीं है।
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने बताया है कि पश्चिम और दक्षिण भारत से लिए गए सैंपलों की जीनोम सीक्वेंसिंग से पता चला है कि मौजूदा संक्रमण के पीछे ओमिक्रॉन के सब-वेरिएंट्स जिम्मेदार हैं। ICMR प्रमुख डॉ. राजीव बहल के मुताबिक, इन नए वेरिएंट्स में LF.7, XFG, JN.1 और NB.1.8.1 शामिल हैं। बता दें कि ओमिक्रॉन वही वेरिएंट है, जिसने 2022 में देश में बड़ा कोविड संक्रमण फैलाया था।


