भारत में सोने की कीमतों ने बनाया नया रिकॉर्ड, पहली बार ₹1 लाख के पार पहुंचे भाव
शुक्रवार, 13 जून को भारत में सोने की कीमत ने ऐतिहासिक ऊंचाई छू ली।MCX पर सोना पहली बार ₹1 लाख प्रति 10 ग्राम के पार पहुंच गया।घरेलू सोना वायदा शुरुआती कारोबार में 2% उछलकर ₹1,00,403 तक पहुंच गया।इस तेजी के पीछे कई घरेलू और अंतरराष्ट्रीय कारण जिम्मेदार माने जा रहे हैं।कमजोर होता रुपया सोने की कीमतों को और ऊपर ले जा रहा है।मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव ने निवेशकों को सोने की ओर मोड़ दिया है।वैश्विक स्तर पर सुरक्षित निवेश विकल्पों की मांग लगातार बढ़ रही है।इस समय सोना निवेशकों के लिए सबसे सुरक्षित विकल्प बन चुका है।
मध्य पूर्व में तनाव से बढ़ी सुरक्षित निवेश की मांग
इज़राइल ने ईरान पर हवाई हमला किया, जिससे क्षेत्र में तनाव और गहरा गया है।जवाबी हमले की आशंका में इज़राइल ने आपातकाल घोषित कर दिया है।अमेरिका अपने नागरिकों को सुरक्षित निकालने की योजना बना रहा है।इस पूरे संकट ने सोने की मांग को तेजी से बढ़ा दिया है।निवेशक अब सुरक्षित निवेश के रूप में सोने की ओर रुख कर रहे हैं।इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन की वाइस प्रेसिडेंट अक्ष कंबोज ने बयान दिया।उन्होंने कहा, “सुबह हुए हमलों के बाद सोने की कीमतों में तेज़ी देखी गई है।”अगर तनाव और बढ़ा, तो कीमतें नई ऊंचाई छू सकती हैं।
कमजोर होता रुपया बना कीमतों को सहारा
भारतीय रुपये में गिरावट से आयातित सोना और महंगा हो गया है। इस वजह से घरेलू बाजार में सोने की कीमतें और बढ़ गई हैं। कमजोर रुपया सोने की कीमतों को सीधा प्रभावित करता है।भारत दुनिया का एक बड़ा सोना आयातक देश है।
अमेरिका में ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद से भी सोना मजबूत
हाल ही में अमेरिका के आर्थिक आंकड़े महंगाई में कमी का संकेत दे रहे हैं। श्रम बाजार की रफ्तार भी अब धीमी होती दिख रही है। बेरोजगारी भत्ते के दावे आठ महीने में सबसे ज्यादा रहे। प्रोड्यूसर प्राइस इंडेक्स (PPI) में भी नरमी देखने को मिली है। इन संकेतों से ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद बढ़ गई है। इस उम्मीद ने सोने की मांग को और मजबूती दी है।
वैश्विक बाजारों में भी तेजी
अंतरराष्ट्रीय बाजारों में स्पॉट गोल्ड 1.3% बढ़कर $3,428.28 प्रति औंस तक पहुंच गया। अमेरिका के गोल्ड फ्यूचर्स 1.4% चढ़कर $3,449.60 प्रति औंस हो गए। इस हफ्ते सोने की कीमतों में 3.5% से अधिक की बढ़त दर्ज हुई है। KCM ट्रेड के चीफ एनालिस्ट टिम वाटरर ने इस पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “मध्य पूर्व की अशांति ने ट्रेड डील्स से ध्यान हटा दिया है।” निवेशक अब सुरक्षित निवेश विकल्पों की ओर रुख कर रहे हैं।
तकनीकी स्तरों पर नजर
विशेषज्ञों के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने को $3,400–$3,475 प्रति औंस पर सपोर्ट मिल रहा है। वहीं, रेजिस्टेंस का स्तर $3,455–$3,480 प्रति औंस के बीच देखा जा रहा है। घरेलू बाजार में सोने को ₹97,920–₹97,490 के बीच सपोर्ट मिल रहा है। रेजिस्टेंस लेवल ₹99,650–₹1,00,640 प्रति 10 ग्राम के बीच बताया जा रहा है।
आगे क्या हो सकता है?
अगर भू-राजनीतिक तनाव बना रहता है और अमेरिका के आंकड़े ब्याज दर कटौती की ओर संकेत देते हैं, तो सोने की कीमत बढ़ेगी। अक्ष कंबोज ने कहा, “अमेरिका-चीन व्यापार वार्ता में अनिश्चितता और ट्रंप के टैरिफ धमकी ने निवेशकों को सुरक्षित निवेश की ओर बढ़ाया है।”