अगर आपने प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) के तहत सरकार से घर बनाने के लिए पैसा लिया है, लेकिन अब तक घर नहीं बनवाया है — तो सतर्क हो जाइए! प्रयागराज जिला प्रशासन ऐसे लाभार्थियों से फंड की वसूली की प्रक्रिया शुरू कर चुका है।
✅ क्या है मामला?
- PMAY-ग्रामीण के तहत लाभार्थी को 12 महीने के भीतर मकान बनाकर पूरा करना जरूरी है।
- प्रयागराज में करीब 2000 लाभार्थी ऐसे हैं जिन्होंने पैसा तो ले लिया, लेकिन या तो घर शुरू ही नहीं किया या अधूरा छोड़ दिया।
- ऐसे लोगों को प्रशासन ने नोटिस भेजकर अब ₹1.20 लाख (या ₹1.3 लाख) की राशि लौटाने को कहा है।

📌 किन इलाकों में सबसे ज्यादा गड़बड़ी?
- शहरी क्षेत्र: झालवा, धूमनगंज, सलोरी, बागरा, राजापुर, करेली, राजरूपपुर
- ग्रामीण क्षेत्र: सिरसा, भारतगंज, कोरांव, फूलपुर, मोयम्मा, लाल गोपालगंज
🏠 कब-कब आता है पैसा?
PMAY की तीन किस्तों में पैसा दिया जाता है:
- पहली किस्त: आवास स्वीकृति पर
- दूसरी किस्त: नींव या प्लिंथ स्तर पर
- तीसरी किस्त: रूफकास्ट या लिंटेल के समय
📋 सात जरूरी चरण
- आवास की स्वीकृति
- नींव रखना
- प्लिंथ
- विंडोसिल
- लिंटेल
- रूफकास्ट
- समापन
⚠️ अब क्या होगा?
जिन लोगों ने तीन बार भेजे गए नोटिस का जवाब नहीं दिया, उनके खिलाफ अब रिकवरी सर्टिफिकेट (RC) जारी कर तहसील स्तर से वसूली की जाएगी।
मुख्य विकास अधिकारी हर्षिका सिंह का कहना है कि योजना का पैसा सिर्फ मकान निर्माण के लिए है, और किसी भी तरह की लापरवाही पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।