मुकेश अंबानी ने अपने गुरुकुल ICT मुंबई को दी 151 करोड़ रुपये की भेंट, कहा – यह मेरी ‘गुरु दक्षिणा’ है

मुंबई, जून 2025:
देश के शीर्ष उद्योगपति और रिलायंस इंडस्ट्रीज़ के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने अपने पुराने शिक्षण संस्थान इंस्टीट्यूट ऑफ केमिकल टेक्नोलॉजी (ICT), मुंबई को 151 करोड़ रुपये दान में देकर सबको चौंका दिया है। इस अभूतपूर्व दान को उन्होंने “गुरु दक्षिणा” का नाम दिया और इसे अपने गुरु पद्मविभूषण प्रो. मन मोहन शर्मा को समर्पित किया।

यह घोषणा ICT में आयोजित पुस्तक विमोचन कार्यक्रम के दौरान की गई, जहाँ प्रोफेसर शर्मा पर लिखी गई पुस्तक “द डिवाइन साइंटिस्ट” का लोकार्पण हुआ। इस अवसर पर मुकेश अंबानी ने कहा,
“जब मेरे गुरु कहते हैं कुछ करना है, तो मैं करता हूं। उन्होंने मुझसे कहा, ‘मुकेश, ICT के लिए कुछ बड़ा करो।’ और आज मैं उसी का पालन कर रहा हूं।”

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प्रो. एम. एम. शर्मा को श्रद्धांजलि

मुकेश अंबानी ने भावुक होकर कहा कि UDCT (जो अब ICT है) में पढ़ते समय प्रो. शर्मा उनके मार्गदर्शक ही नहीं, बल्कि प्रेरणा स्रोत भी रहे हैं। उन्होंने याद किया कि कैसे उन्होंने IIT बॉम्बे के बजाय UDCT को इसलिए चुना क्योंकि उन्हें प्रो. शर्मा से पढ़ने का अवसर मिल रहा था।

“उनका पहला लेक्चर मेरे जीवन को बदल देने वाला था। वे एक ऐसे रसायनज्ञ थे, जो ज्ञान को व्यावसायिक सफलता में बदलने की कला जानते थे,” अंबानी ने कहा।


गुरु और पिता का साझा दृष्टिकोण

अंबानी ने अपने गुरु प्रो. शर्मा और पिता धीरूभाई अंबानी के बीच समान दृष्टिकोण की बात भी कही। उन्होंने बताया कि दोनों ने भारतीय उद्योग को ‘कमी की अर्थव्यवस्था’ से निकालकर ‘विश्व नेतृत्व की ओर’ बढ़ाने की सोच रखी थी।

“उन्होंने मुझे सिखाया कि विज्ञान, प्रौद्योगिकी और निजी उद्यमिता से भारत को आत्मनिर्भर और वैश्विक नेतृत्वकर्ता बनाया जा सकता है,” उन्होंने जोड़ा।


ICT के लिए क्या बदलेगा इस दान से?

यह ₹151 करोड़ का अनुदान ICT के लिए एक नया युग लेकर आएगा। इस राशि का उपयोग निम्नलिखित क्षेत्रों में किया जाएगा:

  • अत्याधुनिक रिसर्च लैब्स की स्थापना
  • प्रतिभाशाली और आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को छात्रवृत्ति
  • स्मार्ट क्लासरूम, डिजिटल लाइब्रेरी और अत्याधुनिक प्रयोगशालाएं
  • वैश्विक अनुसंधान सहयोग और इंडस्ट्री-एकेडमिक टाई-अप्स

पूर्व निदेशक प्रो. जी. डी. यादव ने बताया कि यह योगदान ICT को “वैश्विक स्तर पर एक अग्रणी अनुसंधान संस्थान” बनाने की दिशा में मदद करेगा।


शिक्षा में उद्योगपति की आस्था

मुकेश अंबानी ने कहा, “शिक्षा एक मंदिर है और ICT मेरे लिए एक तीर्थ है। यह दान केवल वित्तीय नहीं, बल्कि भावनात्मक है।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनका उद्देश्य केवल धन देना नहीं, बल्कि प्रतिभा को पोषित करना है।

इस दान के साथ अंबानी ने भारत में एल्युमनी आधारित योगदान की एक नई मिसाल कायम की है। यह पहल दिखाती है कि जब सफल पूर्व छात्र अपने संस्थानों को लौटकर सहयोग करते हैं, तो शिक्षा और नवाचार की दिशा में राष्ट्र को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया जा सकता है।


प्रो. शर्मा का वैज्ञानिक और सामाजिक योगदान

प्रो. मन मोहन शर्मा ने न केवल रासायनिक अभियांत्रिकी को अंतरराष्ट्रीय मान्यता दिलाई, बल्कि भारत के औद्योगिक सुधारों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्हें ‘लाइसेंस राज’ को खत्म कराने के पीछे प्रमुख सलाहकार माना जाता है।

पूर्व ICT निदेशक प्रो. जे. बी. जोशी ने उन्हें ‘युगपुरुष’ बताया, जबकि प्रो. यादव ने यह भी जोड़ा कि 1300 से अधिक पीएचडी विद्वानों की अकादमिक वंशावली प्रो. शर्मा से जुड़ी है।


निष्कर्ष: गुरु-शिष्य परंपरा का आधुनिक रूप

भारत की प्राचीन परंपरा रही है कि शिष्य अपने गुरु को जीवन की सफलता का श्रेय देता है और जब सक्षम होता है, तो उन्हें श्रद्धांजलि देता है। मुकेश अंबानी की यह 151 करोड़ रुपये की “गुरु दक्षिणा” न केवल ICT के भविष्य को उज्जवल बनाएगी, बल्कि यह आने वाली पीढ़ियों को भी प्रेरित करेगी कि शिक्षा ही सबसे बड़ा निवेश है।


लेखक: द अयोध्या टाइम्स डिजिटल डेस्क

प्रकाशन तिथि: 8 जून 2025

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🔗 Economic Times – Mukesh Ambani Donates Rs 151 Cr To Alma Mater ICT Mumbai

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Prashant Pathak
Prashant Pathak is a passionate journalist and digital creator who writes about politics, technology, travel, and culture with a clear, human touch. As the editor of The Ayodhya Times, he focuses on bringing real, verified, and people-centered news stories to readers. His goal is to make complex topics easy to understand and connect news with everyday life.