
1996 में दक्षिण दिल्ली में 4 BHK फ्लैट और 6 किलो सोना: 30 साल बाद भी समान निवेश मूल्य?
30 साल पुरानी तुलना आज भी क्यों प्रासंगिक है?
1996 में दक्षिण दिल्ली में एक 4 BHK अपार्टमेंट की कीमत लगभग ₹30 लाख थी, जो उस समय लगभग 6 किलो सोने के मूल्य के बराबर थी। अब, जब हम 2025 में हैं, तो यह तुलना फिर से चर्चा में है — और हैरानी की बात यह है कि यह गणित अब भी काफी हद तक वैध लगता है।
सोने की कीमत में साल दर साल बढ़ोतरी
अगर हम सोने की मौजूदा कीमतों पर नज़र डालें, तो आज 6 किलो 24 कैरेट सोने की कीमत ₹62 लाख से अधिक हो चुकी है। इस हिसाब से देखा जाए तो दक्षिण दिल्ली में एक प्रीमियम 4 BHK फ्लैट की वर्तमान कीमत भी लगभग इतने के आसपास पहुंच गई है।
रियल एस्टेट बनाम गोल्ड: किसने कितना रिटर्न दिया?
हालांकि यह तुलना दर्शाती है कि रियल एस्टेट और सोने दोनों ने समान दर से रिटर्न दिया है, लेकिन यह बात निवेशकों को सोचने पर मजबूर करती है कि क्या अचल संपत्ति अब भी उतनी ही फायदेमंद है जितनी पहले थी।
- रियल एस्टेट में भावनात्मक और भौतिक मूल्य दोनों होते हैं।
- सोना, एक लिक्विड असेट होने के कारण, कभी भी बेचा जा सकता है।
- लेकिन रियल एस्टेट में किराये की आय, टैक्स लाभ और पूंजी में वृद्धि जैसे लाभ होते हैं।
निवेश सलाहकारों की राय क्या कहती है?
एक जाने-माने वित्तीय सलाहकार के अनुसार, अगर आप दीर्घकालिक दृष्टिकोण रखते हैं, तो दोनों ही निवेश वर्ग आपको अच्छी सुरक्षा और रिटर्न दे सकते हैं। हालाँकि, रियल एस्टेट में लोकेशन, प्रोजेक्ट की गुणवत्ता और बाजार की स्थिति जैसी चीज़ें काफी फर्क डालती हैं।
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