रिलायंस इंडस्ट्रीज की वार्षिक आम बैठक (AGM) 2025 इस बार सिर्फ एक कॉर्पोरेट इवेंट नहीं रही, बल्कि यह भारत की अर्थव्यवस्था और भविष्य के विकास मॉडल की दिशा तय करने वाला ऐतिहासिक पड़ाव बन गई। चेयरमैन मुकेश अंबानी और अनंत अंबानी ने ऐसे फैसलों का ऐलान किया जो आने वाले वर्षों में भारत के उद्योग, तकनीक, ऊर्जा और हेल्थकेयर सेक्टर को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे।
Jio का IPO – भारतीय निवेशकों के लिए सुनहरा अवसर
AGM की सबसे बड़ी घोषणा रही Jio के IPO की, जिसे 2026 की पहली छमाही में बाजार में उतारा जाएगा। यह न सिर्फ देश का सबसे बड़ा IPO होगा बल्कि भारतीय शेयर बाजार के इतिहास में भी मील का पत्थर बनेगा।
मुकेश अंबानी ने साफ कहा कि Jio का लक्ष्य सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि दुनिया के डिजिटल इकोसिस्टम को लीड करना है। Jio की पहले से मजबूत यूज़र बेस और 5G, फाइबर ब्रॉडबैंड, OTT सेवाओं जैसी ताकत ने कंपनी को अगले स्तर पर पहुंचा दिया है। IPO से छोटे निवेशक से लेकर बड़े फंड हाउस तक सभी को वैश्विक स्तर की वैल्यू मिलने की उम्मीद है।
इस घोषणा का असर शेयर बाजार में तुरंत दिखाई दिया—Reliance के शेयरों में उछाल और निवेशकों के बीच नई उम्मीदों की लहर। यह IPO भारतीय पूंजी बाज़ार में liquidity और foreign investment दोनों लाएगा, जिससे भारत की अर्थव्यवस्था को सीधा फायदा होगा।
AI – Growth का नया इंजन
दूसरा बड़ा कदम रहा “Reliance Intelligence” नाम की नई AI Subsidiary की लॉन्चिंग। इस पहल के जरिए कंपनी ने यह संदेश दिया कि आने वाले दशक में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ही growth का असली इंजन होगा।
रिलायंस ने Google और Meta जैसे ग्लोबल दिग्गजों से पार्टनरशिप की घोषणा की है। इस सहयोग से humanoid robotics, advanced manufacturing और digital health जैसे सेक्टरों में बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे।
मुकेश अंबानी ने AI को इस युग की “कामधेनु” बताया—एक ऐसी शक्ति जो हर क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाने की क्षमता रखती है। अगर यह सही ढंग से उपयोग किया गया तो भारत की प्रोडक्टिविटी, हेल्थ सेक्टर, शिक्षा और यहां तक कि कृषि में भी बड़े सुधार होंगे।
भारत जैसे देश में जहां युवा आबादी सबसे बड़ी ताकत है, वहां AI आधारित स्किल्स और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। यह सीधे-सीधे देश की GDP ग्रोथ को गति देगा।
स्वच्छ ऊर्जा – Net Carbon Zero का लक्ष्य
अनंत अंबानी ने AGM में ₹75,000 करोड़ के नए प्रोजेक्ट्स का ऐलान किया, जिसमें PVC प्लांट, PTA capacity, speciality polyester और carbon fiber units शामिल हैं। इन सबमें AI और automation का उपयोग होगा।
सबसे बड़ा ऐलान रहा—2035 तक Net Carbon Zero बनने का लक्ष्य। इसके लिए रिलायंस renewable power, green hydrogen और biofuels पर तेजी से काम करेगा।
भारत जैसे उभरते हुए देश के लिए यह ऐलान दोहरी जीत है। एक तरफ यह पर्यावरण संरक्षण की दिशा में बड़ा कदम है और दूसरी तरफ यह नई नौकरियां और ग्रीन टेक्नोलॉजी के लिए अवसर पैदा करेगा। जब दुनिया carbon neutrality की ओर बढ़ रही है, तब रिलायंस का यह कदम भारत को उस दौड़ में सबसे आगे ला सकता है।
रिटेल और हेल्थ टेक्नोलॉजी – आम आदमी के लिए बड़ा बदलाव
रिलायंस का रिटेल बिज़नेस पहले से ही देश का सबसे बड़ा उपभोक्ता नेटवर्क बना चुका है। AGM 2025 में अगले 5 सालों के लिए ₹1 लाख करोड़ के निवेश की घोषणा की गई है।
साथ ही “ज़ीवन” नामक हेल्थ इनिशिएटिव की शुरुआत हुई है। इसके तहत digital health, genomics और life sciences में रिसर्च और सेवाओं को बढ़ावा दिया जाएगा। इसका असर सीधे आम आदमी पर पड़ेगा—सस्ती और तकनीक-आधारित हेल्थ सेवाएं लोगों तक पहुंचेंगी।
ग्रामीण भारत जहां आज भी गुणवत्तापूर्ण हेल्थकेयर से वंचित है, वहां रिलायंस की यह पहल game-changer साबित हो सकती है।
आर्थिक प्रदर्शन – भारत के मॉडल की झलक
AGM में बताया गया कि रिलायंस ने इस साल ₹10.71 लाख करोड़ की आय दर्ज की और 125 बिलियन डॉलर क्लब में जगह बनाई। यह आंकड़ा भारत की अर्थव्यवस्था में कंपनी की मजबूत पकड़ और योगदान को दिखाता है।
मुकेश अंबानी ने “India-first model” की बात की—एक ऐसा विकास मॉडल जिसमें deep tech, advanced manufacturing और भारतीय संस्कृति तीनों का संतुलन हो। यह मॉडल भारत को न सिर्फ आर्थिक महाशक्ति बल्कि वैज्ञानिक और तकनीकी नेतृत्व वाला राष्ट्र बनाने का सपना प्रस्तुत करता है।
भारत की अर्थव्यवस्था पर असर
अगर इन फैसलों का समग्र प्रभाव देखें तो यह साफ है कि आने वाले 5–10 सालों में भारत की अर्थव्यवस्था पर गहरा असर पड़ेगा।
- Jio IPO से कैपिटल मार्केट में उछाल और निवेशकों का भरोसा बढ़ेगा।
- AI में निवेश से नई इंडस्ट्रीज़ और रोजगार के अवसर बनेंगे।
- स्वच्छ ऊर्जा से भारत वैश्विक पर्यावरण लक्ष्यों में योगदान देगा और नए सेक्टरों में विदेशी निवेश आकर्षित करेगा।
- रिटेल और हेल्थ टेक से आम आदमी को affordable सुविधाएं मिलेंगी, जिससे जीवन स्तर बेहतर होगा।
ये सभी मिलकर भारत की GDP ग्रोथ को 6–7% से आगे बढ़ाकर दो अंकों की ओर ले जाने की क्षमता रखते हैं।
निष्कर्ष – नये युग की ओर कदम
AGM 2025 को भविष्य में याद किया जाएगा क्योंकि यह भारत के लिए ट्रांसफॉर्मेशन का रोडमैप बनकर सामने आई है। रिलायंस ने साफ कर दिया है कि उसका विज़न सिर्फ मुनाफा कमाना नहीं, बल्कि भारत को आत्मनिर्भर, टेक-सक्षम और sustainable बनाना है।
आज भारत 1.5 अरब सपनों का देश है। रिलायंस की ये घोषणाएं उन सपनों को हकीकत में बदलने की दिशा में मजबूत कदम हैं। IPO, AI, ग्रीन एनर्जी और हेल्थ टेक—ये चार स्तंभ आने वाले भारत की नई पहचान बनेंगे।

