नई दिल्ली/अयोध्या:
अयोध्या के विकास में एक नई गति जुड़ गई है। अयोध्या के सांसद श्री अवधेश प्रसाद ने हाल ही में केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी से मुलाकात की। इस अहम बैठक में उन्होंने अयोध्या और उसके आसपास के क्षेत्रों में 8 महत्वपूर्ण सड़क परियोजनाओं का प्रस्ताव सौंपा, जिससे क्षेत्रीय कनेक्टिविटी, आर्थिक विकास और पर्यटन को नई दिशा मिलेगी।
सांसद ने कहा कि राम मंदिर निर्माण के बाद अयोध्या में श्रद्धालुओं की संख्या तेजी से बढ़ी है, ऐसे में सुदृढ़ सड़क नेटवर्क अब अत्यंत आवश्यक हो गया है। गडकरी जी के साथ बैठक में उन्होंने क्षेत्रीय जनता की जरूरतों, ग्रामीण और शहरी कनेक्टिविटी की समस्याओं और संभावित विकास क्षेत्रों पर चर्चा की।Ministry of Road Transport and Highways (MoRTH)
🛣️ प्रस्तावित सड़क परियोजनाएं इस प्रकार हैं:
1. NH-27 का 6 लेन में विस्तार (लखनऊ–गोरखपुर मार्ग):
पूर्वी और पश्चिमी यूपी को जोड़ने वाला यह मुख्य राजमार्ग अयोध्या के लिए गेमचेंजर साबित होगा। इससे यातायात तेज और सुरक्षित होगा।
2. प्रभात नगर–शाहगंज–हैरिंग्टनगंज–अलीगंज सड़क निर्माण:
ग्रामीण इलाकों की कनेक्टिविटी में सुधार होगा, जिससे कृषि उत्पादों का परिवहन और गांवों तक बाजार की पहुंच आसान होगी।
3. मिल्कीपुर–रुदौली–भेलसर NH तक 4 लेन सड़क:
दक्षिण-पूर्वी अयोध्या क्षेत्र को मुख्य राजमार्ग से जोड़ेगी, औद्योगिक क्षेत्र के लिए वरदान साबित होगी।
4. हैरिंग्टनगंज–खजुरहट 4 लेन मार्ग (इलाहाबाद-अयोध्या लिंक):
पर्यटकों और तीर्थयात्रियों के लिए वैकल्पिक और सुविधाजनक मार्ग होगा।
5. रौनाही–ड्योढ़ी महात्मा गांधी–घोड़वल सड़क का 2 लेन विस्तार:
स्थानीय यातायात के लिए सुरक्षित और सुगम रास्ता बनेगा। आपातकालीन सेवाओं की पहुंच भी बेहतर होगी।
6. सुचितागंज बाजार–नवाबगंज तक 4 लेन व देमवा घाट पुल का पुनर्निर्माण:
व्यापारिक गतिविधियों को बल मिलेगा और पुराने, जर्जर पुल को नया जीवन मिलेगा।
7. सुल्तानपुर–अयोध्या सड़क को 4 लेन में बदला जाए:
अयोध्या और सुल्तानपुर के बीच आवागमन और व्यावसायिक गतिविधियों में तेजी आएगी।
8. मसौधा शुगर मिल से सरियावां–सोहावल तक सड़क का 4 लेन चौड़ीकरण:
शुगर मिल और आसपास के कृषि क्षेत्र से जुड़े व्यापार के लिए यह मार्ग अत्यंत लाभकारी सिद्ध होगा।
💬 सांसद अवधेश प्रसाद का बयान:
“यह परियोजनाएं अयोध्या के नागरिकों के लिए सिर्फ सड़कें नहीं हैं, बल्कि यह उनके भविष्य की नींव हैं। राम नगरी को विश्वस्तरीय शहर बनाने के लिए हमें ऐसी आधुनिक सुविधाएं चाहिए।”
🏗️ नितिन गडकरी का रुख:
केंद्रीय मंत्री गडकरी ने सभी प्रस्तावों को गंभीरता से सुना और भरोसा दिलाया कि जरूरी सर्वेक्षण और योजना बनाकर इन्हें जल्द अमल में लाया जाएगा।
📌 निष्कर्ष:
इन सभी प्रस्तावों के लागू होने से अयोध्या न केवल एक धार्मिक केंद्र के रूप में बल्कि एक आधुनिक पर्यटन और आर्थिक हब के रूप में भी स्थापित होगा। व्यापार, पर्यटन और ग्रामीण विकास में नए अवसर खुलेंगे।