BITS Pilani की और मजबूत होगी साख: कुमार मंगलम बिड़ला ने ₹2200 करोड़ के एक्सपेंशन प्लान से उठाया पर्दा

भारत के प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों में शुमार बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस (BITS), पिलानी एक बार फिर चर्चा में है। इस बार वजह है इसका भविष्य की ओर बढ़ता ऐतिहासिक कदम। बिड़ला समूह के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला ने सोमवार को ₹2200 करोड़ के भव्य विस्तार योजना की घोषणा करते हुए यह साफ कर दिया कि BITS Pilani को वैश्विक शिक्षा मानकों पर ले जाना अब उनका प्रमुख लक्ष्य है।


�� शिक्षा में बिड़ला समूह की बड़ी पहल

बिड़ला समूह शुरू से ही भारत में शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी रहा है। BITS Pilani, जिसे 1964 में एक निजी संस्थान के रूप में शुरू किया गया था, आज भारत के टॉप इंजीनियरिंग और साइंस संस्थानों में गिना जाता है। IITs के बाद अगर किसी संस्थान का नाम सबसे अधिक सम्मान से लिया जाता है, तो वह BITS है।

अब जब कुमार मंगलम बिड़ला ने ₹2200 करोड़ के मेगा एक्सपेंशन प्लान की घोषणा की है, तो यह न केवल संस्थान की सांस्थानिक साख को बढ़ाएगा, बल्कि देश की उच्च शिक्षा प्रणाली को भी वैश्विक मंच पर मजबूत करेगा।


��️ विस्तार योजना में क्याक्या शामिल है?

यह ₹2200 करोड़ की योजना अगले 5 वर्षों में BITS के चारों कैंपस – पिलानी, गोवा, हैदराबाद और दुबई – को विश्व स्तरीय बनाने के लिए लागू की जाएगी। विस्तार योजना के मुख्य बिंदु निम्नलिखित हैं:

नए रिसर्च सेंटर और अत्याधुनिक लैब्स की स्थापना

इंटरनेशनल फैकल्टी और ग्लोबल कोलैबोरेशन की व्यवस्था

हाईटेक डिजिटल लर्निंग इंफ्रास्ट्रक्चर

पिलानी कैंपस में “Centre for Future Technology & Innovation” की शुरुआत

छात्रावास, कैंपस लाइफ और खेल सुविधाओं में विस्तार

स्टार्टअप इनक्यूबेशन हब का निर्माण और मेंटरशिप नेटवर्क


�� कुमार मंगलम बिड़ला का बयान

घोषणा के दौरान बिड़ला ने कहा:

“BITS Pilani का इतिहास नवाचार, उद्यमशीलता और उत्कृष्टता से जुड़ा रहा है। अब समय है कि हम इसे विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाएं। ₹2200 करोड़ का यह निवेश शिक्षा में हमारे विश्वास का प्रतीक है।

उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले वर्षों में BITS को MIT, Stanford, Oxford जैसे संस्थानों की कतार में खड़ा करने का लक्ष्य है।


�� वैश्विक मानकों पर खरा उतरने की तैयारी

BITS Pilani पहले ही QS Asia Rankings, NIRF, और ARIIA जैसे प्लेटफॉर्म पर उच्च स्थान प्राप्त कर चुका है। अब इस योजना के जरिए संस्थान अंतरराष्ट्रीय शोध नेटवर्क, टॉप रैंकिंग और विविधता पर ज़ोर देगा।

संस्थान का उद्देश्य है कि 2030 तक वह टॉप 500 ग्लोबल यूनिवर्सिटीज़ में शामिल हो। इसके लिए इनोवेशन, इंटरडिसिप्लिनरी रिसर्च, और इंडस्ट्री कोलैबोरेशन जैसे बिंदुओं को आधार बनाया जाएगा।


�� रोजगार और स्टार्टअप्स पर असर

BITS Pilani के छात्र पहले से ही भारत के शीर्ष टेक्नोलॉजी और मैनेजमेंट कंपनियों में कार्यरत हैं। इस विस्तार से:

अधिक इंडस्ट्रीएकेडेमिया कोलैबोरेशन होगा

कैंपस से निकलने वाले स्टार्टअप्स को बेहतर संसाधन मिलेंगे

B.E., M.Sc. और PhD जैसे कोर्सेज को नया रूप मिलेगा

ग्लोबल प्लेसमेंट नेटवर्क विकसित होगा


�� शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप कदम

भारत की नई शिक्षा नीति 2020 (NEP 2020) अनुसंधान, बहुविषयकता, और तकनीकी नवाचार पर ज़ोर देती है। BITS Pilani का यह एक्सपेंशन प्लान इन सभी बिंदुओं पर खरी उतरती है। इससे भारत को एक ग्लोबल एजुकेशन हब बनाने के मिशन को भी बल मिलेगा। NEP 2020 Highlights – MHRD


�� छात्रों और अभिभावकों की प्रतिक्रिया

इस घोषणा के बाद छात्र समुदाय में उत्साह है। पिलानी कैंपस के एक छात्र ने कहा:

“यह सुनकर गर्व होता है कि हम ऐसे संस्थान में पढ़ रहे हैं, जो हर साल खुद को और बेहतर बनाने के लिए आगे बढ़ रहा है।”

अभिभावकों का भी मानना है कि यह निवेश BITS के ग्रैजुएट्स को वैश्विक अवसरों के लिए तैयार करेगा।


�� निष्कर्ष

₹2200 करोड़ की यह मेगा योजना केवल ईंट-पत्थर का विस्तार नहीं है, बल्कि यह एक सोच का विस्तार है — “भारत को शिक्षा की वैश्विक राजधानी बनाने का सपना।”
BITS Pilani का यह कदम न केवल उसके लिए, बल्कि पूरे भारत के उच्च शिक्षा क्षेत्र के लिए एक प्रेरणादायक बदलाव का प्रतीक है।Aditya Birla Group Education Initiatives


Prashant Pathak
Prashant Pathak is a passionate journalist and digital creator who writes about politics, technology, travel, and culture with a clear, human touch. As the editor of The Ayodhya Times, he focuses on bringing real, verified, and people-centered news stories to readers. His goal is to make complex topics easy to understand and connect news with everyday life.