मंत्री माणिकराव कोकाटे से कृषि विभाग छीना गया, रम्मी विवाद और ‘भिखारी’ टिप्पणी बनी वजह

THE AYODHYA TIMES

विधानसभा में रम्मी खेलते पकड़े गए मंत्री कोकाटे, विपक्ष ने उठाए सवाल

महाराष्ट्र की राजनीति इन दिनों एक बार फिर सुर्खियों में है। एकनाथ शिंदे सरकार के वरिष्ठ मंत्री माणिकराव कोकाटे से उनका कृषि विभाग छीन लिया गया है। इसका कारण बना हाल ही में विधानसभा सत्र के दौरान हुआ उनका विवादास्पद व्यवहार, जिसमें वे सदन की कार्यवाही के दौरान अपने मोबाइल फोन पर रम्मी गेम खेलते हुए नजर आए। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ, जिसने विपक्ष को सरकार पर हमला करने का मौका दे दिया।

वीडियो सामने आने के बाद विपक्षी दलों ने कोकाटे के खिलाफ तीखी प्रतिक्रिया दी और सवाल खड़े किए कि जब एक मंत्री खुद सदन की गरिमा का ख्याल नहीं रखता, तो आम जनता उनसे क्या उम्मीद रखे। यह मामला शांत भी नहीं हुआ था कि कोकाटे ने सदन में विपक्षी विधायकों को ‘भिखारी’ कहकर नया विवाद खड़ा कर दिया। इस बयान से सदन में हंगामा मच गया और विपक्ष ने इसे लोकतांत्रिक मर्यादाओं का उल्लंघन बताया।


मंत्रालय छीना गया, नई जिम्मेदारी में भेजे गए माणिकराव कोकाटे

इन घटनाओं के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने रातोंरात मंत्रालयों में फेरबदल करते हुए माणिकराव कोकाटे से कृषि मंत्रालय वापस ले लिया। अब कृषि विभाग की जिम्मेदारी फिर से दादा भुसे को सौंपी गई है, जो पहले भी इस पद को संभाल चुके हैं। कोकाटे को अब कम अहम माने जाने वाला विभाग – मशीनरी कार्यशाला, मरम्मत और प्रशिक्षण मंत्रालय सौंपा गया है।

राजनीतिक गलियारों में यह फैसला एक साफ संदेश माना जा रहा है कि सरकार अब जनता और मीडिया की नजरों से बचकर कोई निर्णय नहीं ले सकती। कोकाटे की हरकतों से पार्टी को सार्वजनिक तौर पर शर्मिंदगी उठानी पड़ी और अंततः उन्हें इसकी कीमत चुकानी पड़ी।

यह मामला दर्शाता है कि जनप्रतिनिधियों को न केवल अपने आचरण पर ध्यान देना चाहिए, बल्कि अपनी जिम्मेदारियों को भी गंभीरता से निभाना चाहिए, वरना सत्ता का संतुलन किसी भी वक्त बदल सकता है।

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Prashant Pathak
Prashant Pathak is a passionate journalist and digital creator who writes about politics, technology, travel, and culture with a clear, human touch. As the editor of The Ayodhya Times, he focuses on bringing real, verified, and people-centered news stories to readers. His goal is to make complex topics easy to understand and connect news with everyday life.