Lenskart IPO: शार्क टैंक के Peyush Bansal को होगा ₹824 करोड़ का बड़ा मुनाफा, जानिए कब आएगा IPO

भारत की अग्रणी आईवियर कंपनी Lenskart अब अपने Initial Public Offering (IPO) की तैयारी में है। कंपनी के संस्थापक और मशहूर शार्क टैंक इंडिया निवेशक पियूष बंसल (Peyush Bansal) इस आईपीओ के जरिए लगभग 2 करोड़ शेयर बेचने जा रहे हैं, जिससे उन्हें करीब ₹824 करोड़ की भारी कमाई होने की संभावना है।

Lenskart IPO से जुड़ी प्रमुख बातें

Lenskart ने हाल ही में अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) दाखिल किया है। इस दस्तावेज़ में बताया गया है कि कंपनी का आईपीओ दो हिस्सों में आएगा —

  1. फ्रेश इश्यू (Fresh Issue): जिससे नई पूंजी जुटाई जाएगी।
  2. ऑफ़र फॉर सेल (OFS): जिसमें मौजूदा निवेशक, जिनमें Peyush Bansal भी शामिल हैं, अपने शेयर बेच सकेंगे।

बाजार के जानकारों के अनुसार, Lenskart का यह IPO ₹6,000 करोड़ से ₹7,500 करोड़ के बीच का हो सकता है। अगर यह अनुमान सही साबित होता है तो यह भारत के सबसे बड़े टेक-आधारित कंज्यूमर IPOs में से एक होगा।

पियूष बंसल को होगा ₹824 करोड़ का फायदा

Peyush Bansal, जो कंपनी के फाउंडर और CEO हैं, के पास Lenskart में बड़ी हिस्सेदारी है। रिपोर्ट्स के अनुसार, वे इस IPO के दौरान लगभग 2 करोड़ शेयर बेचेंगे, जिनकी कीमत लगभग ₹824 करोड़ के आसपास होगी।
हालांकि इस बिक्री के बाद भी बंसल कंपनी के सबसे बड़े व्यक्तिगत शेयरधारकों में बने रहेंगे और कंपनी का प्रबंधन उन्हीं के हाथों में रहेगा।

कंपनी का विस्तार और सफलता की कहानी

Lenskart की शुरुआत साल 2010 में एक छोटे से ऑनलाइन स्टार्टअप के रूप में हुई थी। लेकिन आज यह ब्रांड भारत की सबसे बड़ी आईवियर कंपनी बन चुका है।
वर्तमान में Lenskart के 2,500 से अधिक स्टोर्स भारत और विदेशों में फैले हुए हैं।
कंपनी की मौजूदगी अब सिंगापुर, दुबई (UAE), सऊदी अरब, और अमेरिका जैसे देशों में भी है।

Lenskart की सफलता का कारण इसका ऑनलाइन और ऑफलाइन मॉडल का बेहतरीन मेल है। कंपनी ने तकनीक की मदद से चश्मे खरीदने का अनुभव बेहद आसान बना दिया है।
ग्राहक घर बैठे अपनी आंखों का टेस्ट बुक कर सकते हैं, ऑनलाइन फ्रेम ट्राय कर सकते हैं और अपने लिए परफेक्ट ग्लासेज़ चुन सकते हैं।

कंपनी के निवेशक और फंडिंग

Lenskart में कई बड़े निवेशकों ने अब तक पैसा लगाया है। इनमें SoftBank Vision Fund, KKR, Temasek Holdings और Alpha Wave Global जैसे नाम शामिल हैं।
अब IPO के जरिए इन निवेशकों को भी अपने कुछ शेयर बेचने का मौका मिलेगा।

कंपनी ने हाल के वर्षों में लगातार तेजी से ग्रोथ दर्ज की है। वित्त वर्ष 2023-24 में Lenskart की आय में उल्लेखनीय वृद्धि हुई और कंपनी ने पहली बार लाभदायक स्थिति (Profitability) की ओर कदम बढ़ाया है।

IPO से जुटाई जाने वाली पूंजी का उपयोग

Lenskart इस IPO से जुटाई जाने वाली राशि का इस्तेमाल स्टोर विस्तार, नए उत्पाद विकास, और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में विस्तार के लिए करने की योजना बना रही है।
साथ ही, कंपनी का लक्ष्य है कि आने वाले वर्षों में वह एशिया की सबसे बड़ी आईवियर ब्रांड बने।

भारत में बढ़ता IPO बाजार

पिछले कुछ वर्षों में भारत में IPO मार्केट तेजी से बढ़ा है। Nykaa, Zomato, Paytm, Mamaearth जैसी कंपनियों ने IPO के जरिए पूंजी जुटाई है।
Lenskart का IPO भी इसी लहर का हिस्सा माना जा रहा है।

विशेषज्ञों के मुताबिक, Lenskart की मजबूत ब्रांड पहचान, डिजिटल उपस्थिति और बढ़ती अंतरराष्ट्रीय पकड़ इसे एक आकर्षक निवेश अवसर बनाती है।

पियूष बंसल का विज़न

पियूष बंसल, जो कि कनाडा की McGill University से ग्रेजुएट हैं और पहले Microsoft में काम कर चुके हैं, का हमेशा से मानना रहा है कि “हर भारतीय को अच्छी क्वालिटी का चश्मा सुलभ कीमत पर मिलना चाहिए।”
उनकी इसी सोच ने Lenskart को आज एक अरब डॉलर से ज्यादा मूल्य वाली यूनिकॉर्न कंपनी बना दिया है।

कब लॉन्च होगा Lenskart IPO?

हालांकि कंपनी ने अभी तक IPO की सटीक तारीख की घोषणा नहीं की है, लेकिन बाजार से जुड़े सूत्रों का कहना है कि यह 2026 की शुरुआत में लॉन्च किया जा सकता है।
कंपनी का DRHP फिलहाल SEBI (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) की समीक्षा के अधीन है।

निवेशकों के लिए क्या होगा खास?

Lenskart का IPO उन निवेशकों के लिए आकर्षक मौका हो सकता है जो भारत के बढ़ते ई-कॉमर्स और उपभोक्ता टेक सेगमेंट में निवेश करना चाहते हैं।
कंपनी का बिज़नेस मॉडल, बढ़ती मांग, और मजबूत नेतृत्व इसे एक भरोसेमंद ब्रांड बनाते हैं।


📰 निष्कर्ष

Lenskart का आने वाला IPO भारतीय स्टॉक मार्केट के लिए एक बड़ा मोमेंट साबित हो सकता है।
जहां एक तरफ कंपनी पूंजी जुटाकर अपने वैश्विक विस्तार की दिशा में कदम बढ़ाएगी, वहीं दूसरी तरफ संस्थापक Peyush Bansal को ₹824 करोड़ की बड़ी आमदनी होगी।
Lenskart का सफर भारतीय स्टार्टअप्स के लिए प्रेरणा है — कि एक छोटे से आइडिया से लेकर यूनिकॉर्न बनने तक का रास्ता संभव है, बस विज़न और ईमानदारी के साथ।