ममता बनर्जी ने केंद्र को ठहराया जिम्मेदार: कश्मीर पर्यटन सुरक्षा पर बड़ी बैठक
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने ओमर अब्दुल्ला से की अहम मुलाकात
कोलकाता में आज एक महत्वपूर्ण राजनीतिक बैठक हुई, जिसमें पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री ओमर अब्दुल्ला ने कश्मीर में पर्यटकों की सुरक्षा और पर्यटन को बढ़ावा देने के मुद्दों पर चर्चा की। इस बैठक का मकसद केंद्र सरकार से कश्मीर की सुरक्षा को लेकर अधिक सक्रियता की मांग करना था।
कश्मीर में पर्यटन को लगा बड़ा झटका
इस साल अप्रैल में कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले ने कश्मीर के पर्यटन क्षेत्र को गहरा आघात पहुंचाया था। इस हमले में 26 लोगों की मौत हुई थी, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे। इस घटना के बाद से कश्मीर की सुरक्षा व्यवस्था और पर्यटन के प्रति लोगों का विश्वास कम हो गया है। ऐसे में ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार को इस मामले में जवाबदेह ठहराते हुए कहा कि सुरक्षा के बिना पर्यटन को बढ़ावा देना संभव नहीं है।
ममता बनर्जी का केंद्र सरकार को सख्त संदेश
मीडिया से बातचीत में ममता ने साफ कहा कि केंद्र सरकार को कश्मीर की सुरक्षा और पर्यटन को पुनर्जीवित करने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे। उन्होंने जोर देकर कहा कि पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित किए बिना कश्मीर का पर्यटन क्षेत्र फिर से नहीं संभल पाएगा। साथ ही, उन्होंने ओमर अब्दुल्ला से भी कहा कि दोनों राज्यों को मिलकर केंद्र सरकार पर दबाव बनाना चाहिए ताकि कश्मीर में सुरक्षा बेहतर हो।
दोनों राज्यों के बीच सहयोग बढ़ाने के प्रस्ताव
ममता बनर्जी ने यह भी घोषणा की कि वह दुर्गा पूजा के बाद जम्मू-कश्मीर का दौरा करेंगी। इसके अलावा दोनों राज्यों के बीच पर्यटन, उद्योग और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के लिए एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर काम शुरू किया जाएगा। उन्होंने बंगाली फिल्म निर्माताओं को कश्मीर में शूटिंग के लिए प्रोत्साहित करने का भी संकेत दिया, जिससे दोनों राज्यों के बीच सांस्कृतिक और आर्थिक संबंध मजबूत हो सकेंगे। Hindustan Times
ओमर अब्दुल्ला का समर्थन और स्वागत
ओमर अब्दुल्ला ने ममता बनर्जी की पहल की सराहना की और कहा कि पश्चिम बंगाल की सरकार का यह कदम कश्मीर के लिए बहुत मायने रखता है। उन्होंने आश्वासन दिया कि कश्मीर बंगाल के पर्यटकों के लिए पूरी तरह सुरक्षित होगा और दोनों राज्यों को मिलकर पर्यटन व उद्योग के क्षेत्र में सहयोग करना चाहिए।
कश्मीर पर्यटन की नई उम्मीदें
इस बैठक के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि केंद्र सरकार कश्मीर की सुरक्षा को लेकर ज्यादा गंभीर होगी और कश्मीर का पर्यटन क्षेत्र फिर से उभर पाएगा। दोनों राज्यों के बीच बढ़ते सहयोग से न केवल पर्यटन, बल्कि सांस्कृतिक और आर्थिक विकास के भी नए रास्ते खुलेंगे।
