नई दिल्ली, 25 अक्टूबर:
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नई दिल्ली में मुलाकात की। यह मुलाकात न सिर्फ औपचारिक थी, बल्कि विकास, संस्कृति और भविष्य की योजनाओं पर केंद्रित एक महत्वपूर्ण बातचीत भी रही। मुख्यमंत्री योगी ने इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी को भगवान श्रीराम की एक सुंदर प्रतिमा भेंट की — जो अयोध्या की आस्था और भारत की सनातन संस्कृति का प्रतीक मानी जाती है।
भगवान श्रीराम की प्रतिमा भेंट कर जताई आस्था और कृतज्ञता
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अयोध्या का कायाकल्प हो रहा है। राम मंदिर निर्माण से लेकर शहर के विकास तक, हर योजना में केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता दिखाई देती है। योगी ने श्रीराम की प्रतिमा भेंट कर प्रधानमंत्री के प्रति अपनी आस्था, सम्मान और कृतज्ञता व्यक्त की। यह प्रतिमा अयोध्या के कारीगरों द्वारा निर्मित बताई जा रही है, जो भगवान श्रीराम के आदर्शों और मर्यादा का संदेश देती है।
प्रधानमंत्री मोदी ने भी योगी आदित्यनाथ के इस भाव का स्वागत किया और कहा कि अयोध्या का तेज़ी से बदलता स्वरूप देश की सांस्कृतिक पहचान और गौरव का प्रतीक बनेगा।
जेवर एयरपोर्ट इनॉगरेशन का न्योता दिया
मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री योगी ने प्रधानमंत्री को जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के उद्घाटन समारोह में आमंत्रित किया। उन्होंने बताया कि एयरपोर्ट प्रोजेक्ट अपने अंतिम चरण में है और जल्द ही जनता को समर्पित किया जाएगा। योगी ने कहा कि जेवर एयरपोर्ट एशिया के सबसे बड़े हवाई अड्डों में से एक बनने जा रहा है, जो उत्तर भारत की आर्थिक संरचना को नई दिशा देगा।
इस एयरपोर्ट के शुरू होने से नोएडा, ग्रेटर नोएडा, आगरा, मथुरा और आसपास के इलाकों में औद्योगिक निवेश बढ़ेगा। साथ ही, यह यूपी की वैश्विक कनेक्टिविटी को भी मज़बूत करेगा। योगी ने प्रधानमंत्री को परियोजना के प्रगति विवरण से अवगत कराया और बताया कि पर्यावरण, यात्री सुविधा और आधुनिक तकनीक के सभी मानकों को ध्यान में रखकर इसे विकसित किया गया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्री की प्रस्तुति को ध्यानपूर्वक सुना और यूपी में चल रहे विकास कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश अब “डबल इंजन सरकार” के रूप में देश में विकास का नया मॉडल बन गया है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी की शिष्टाचार भेंट
प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी मुलाकात की। यह भेंट शिष्टाचारिक तो थी, लेकिन इसमें यूपी की सामाजिक, सांस्कृतिक और विकास योजनाओं पर भी चर्चा हुई। सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री ने राष्ट्रपति को राज्य में चल रही महिला सशक्तिकरण, शिक्षा, और स्वास्थ्य योजनाओं की प्रगति रिपोर्ट दी।
राष्ट्रपति मुर्मू ने मुख्यमंत्री योगी के प्रयासों की सराहना की और कहा कि उत्तर प्रदेश में शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में जो कार्य हो रहे हैं, वे देश के लिए मिसाल हैं।

अयोध्या से दिल्ली तक — सांस्कृतिक जुड़ाव और विकास का संगम
यह मुलाकात केवल एक राजनीतिक औपचारिकता नहीं थी, बल्कि इसमें सांस्कृतिक जुड़ाव और विकास की भावना भी झलक रही थी। योगी आदित्यनाथ लगातार इस बात पर ज़ोर देते आए हैं कि “विकास और विरासत” दोनों साथ चल सकते हैं।
राम मंदिर का निर्माण, अयोध्या का पुनर्विकास, और अब जेवर एयरपोर्ट जैसी आधुनिक परियोजनाएँ — यह सब उस विचारधारा का हिस्सा हैं जिसमें परंपरा और प्रगति एक-दूसरे के पूरक हैं।
सीएम योगी ने प्रधानमंत्री को बताया कि अयोध्या में दीपोत्सव की तैयारियाँ जोरों पर हैं और इस बार रिकॉर्ड संख्या में श्रद्धालु और पर्यटक आने की उम्मीद है। उन्होंने यह भी बताया कि सरकार का लक्ष्य है कि आने वाले वर्षों में अयोध्या को एक वैश्विक आध्यात्मिक पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया जाए।
राजनीतिक संदेश भी स्पष्ट
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यह मुलाकात कई मायनों में अहम है। लोकसभा चुनाव 2029 की दिशा में यह संकेत देती है कि केंद्र और राज्य की सरकारों के बीच तालमेल पहले से अधिक मज़बूत है।
जहां एक ओर प्रधानमंत्री मोदी का फोकस राष्ट्रीय स्तर पर “विकसित भारत” के विज़न पर है, वहीं योगी आदित्यनाथ उसे जमीनी स्तर पर लागू करने का कार्य कर रहे हैं।
राजनीतिक दृष्टि से देखें तो, योगी आदित्यनाथ की यह दिल्ली यात्रा भाजपा के भीतर एकता और अनुशासन का भी संकेत है। पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, आने वाले महीनों में उत्तर प्रदेश में कई बड़े प्रोजेक्ट्स का लोकार्पण और शिलान्यास तय है, जिनमें जेवर एयरपोर्ट प्रमुख है।
यूपी के विकास मॉडल पर केंद्र की नजर
प्रधानमंत्री मोदी ने मुलाकात के दौरान यूपी के निवेश माहौल की तारीफ की और कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था और औद्योगिक विकास में जो बदलाव आए हैं, वे देशभर के लिए प्रेरणा हैं।
जेवर एयरपोर्ट के अलावा, प्रधानमंत्री ने पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे और गंगा एक्सप्रेसवे जैसी परियोजनाओं पर भी मुख्यमंत्री से जानकारी ली।
सीएम योगी ने बताया कि सरकार “वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट” (ODOP) योजना के तहत स्थानीय उद्योगों को वैश्विक बाज़ार से जोड़ रही है। इसके परिणामस्वरूप छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों में भी रोजगार के अवसर तेजी से बढ़े हैं।
निष्कर्ष
योगी आदित्यनाथ की प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति से मुलाकात को विकास, संस्कृति और राजनीतिक तालमेल — तीनों पहलुओं से देखा जा रहा है।
जहां एक तरफ उन्होंने भगवान श्रीराम की प्रतिमा भेंट कर आस्था और परंपरा का सम्मान जताया, वहीं जेवर एयरपोर्ट के उद्घाटन के लिए प्रधानमंत्री को न्योता देकर उन्होंने आधुनिक भारत के विकास की दिशा भी स्पष्ट की।
इस मुलाकात ने यह संदेश दिया कि उत्तर प्रदेश न केवल राजनीतिक दृष्टि से, बल्कि सांस्कृतिक और आर्थिक रूप से भी देश की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभा रहा है।

